बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दो या तीन चरणों में होने की संभावना है।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दो या तीन चरणों में होने की संभावना है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स और सूत्रों के हवाले से सामने आई है।
यहां बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से जुड़ी पूरी खबर है:
चुनाव आयोग की तैयारियां और संभावित चरण:
बहु-चरणीय मतदान: बिहार में विधानसभा चुनाव हमेशा से बहु-चरणों में होते रहे हैं, और 2025 में भी यही परंपरा जारी रहने की उम्मीद है। चुनाव आयोग दो या तीन चरणों में मतदान कराने की तैयारी कर रहा है। 2020 में भी बिहार में तीन चरणों में चुनाव हुए थे।
चुनाव आयोग का दौरा: चुनाव आयोग की एक टीम जून 2025 में बिहार का दौरा कर सकती है। इस दौरे के दौरान वे चुनावी तैयारियों का जायजा लेंगे, जिसमें मतदाता सूची को दुरुस्त करना, मतदान केंद्रों की व्यवस्था और चुनाव अधिकारियों को प्रशिक्षण देना शामिल है।
त्योहारों का ध्यान: चुनाव आयोग दिवाली और छठ जैसे महत्वपूर्ण त्योहारों की तिथियों को ध्यान में रखकर चुनाव की तारीखें तय करेगा, ताकि मतदाताओं को कोई असुविधा न हो और वे आसानी से अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।
मतदान केंद्रों का प्रबंधन: चुनाव आयोग मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या 1200 से 1500 तक सीमित रखने और ऊंची इमारतों (High-rise buildings) में भी बूथ बनाने की तैयारी कर रहा है।
आयोग का डैशबोर्ड: चुनाव आयोग बिहार चुनाव तक एक इंटीग्रेटेड डैशबोर्ड शुरू करने की भी तैयारी में है, जिसमें आयोग से संबंधित सभी सुविधाएं एक ही जगह उपलब्ध होंगी।
चुनाव की संभावित तारीखें:
बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है। इससे पहले नई सरकार का गठन हो जाना अनिवार्य है।
संभावना जताई जा रही है कि चुनाव अक्टूबर या नवंबर 2025 के शुरुआती हफ्तों में हो सकते हैं।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सितंबर के पहले सप्ताह में चुनाव आयोग की ओर से तारीखों का ऐलान किया जा सकता है।
प्रमुख राजनीतिक दल और उनका समीकरण:
बिहार में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और विपक्षी महागठबंधन के बीच होने की उम्मीद है।
NDA में शामिल मुख्य दल:
भारतीय जनता पार्टी (BJP): एनडीए की सबसे बड़ी पार्टी, जिसका बिहार में मजबूत जनाधार है।
जनता दल (यूनाइटेड) (JDU): मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली पार्टी, जिसका पारंपरिक रूप से मजबूत आधार रहा है, खासकर ओबीसी और अति पिछड़ी जातियों में।
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM): जीतन राम मांझी के नेतृत्व वाली पार्टी।
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) (LJP-RV): चिराग पासवान के नेतृत्व वाली पार्टी, जो हाल ही में केंद्र सरकार में शामिल हुई है और बिहार में अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रही है। चिराग पासवान के विधानसभा चुनाव लड़ने की भी चर्चा है।
राष्ट्रीय लोकमंच: उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व वाली पार्टी।
महागठबंधन में शामिल मुख्य दल:
राष्ट्रीय जनता दल (RJD): तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाली सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी, जिसका मुस्लिम और यादव वोटों पर मजबूत पकड़ है।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC):
वाम दल (Left Parties): जैसे CPI, CPI(M), CPI(ML) Liberation, आदि।
अन्य प्रमुख घटनाक्रम:
हाल ही में, नीतीश कुमार सरकार ने उच्च जाति विकास आयोग का गठन किया है, जिससे आगामी चुनाव में उच्च जातियों के वोटों को साधने की कोशिश देखी जा रही है।
राजनीतिक दलों ने अभी से ही अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं, और चुनावी माहौल गरम होने लगा है।
कुल मिलाकर, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए तैयारियां जोरों पर हैं, और यह चुनाव इस बार भी बेहद दिलचस्प होने वाला है।
आपकी क्या प्रतिक्रिया है?






