गृह मंत्रालय को लेकर शिंदे और फडणवीस के बीच विवाद। फडणवीस इसे छोड़ना नहीं चाहते

नवंबर 30, 2024 - 14:17
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गृह मंत्रालय को लेकर शिंदे और फडणवीस के बीच विवाद। फडणवीस इसे छोड़ना नहीं चाहते
  1. मंत्रालयों पर खींचतान:

    • भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार गुट) के बीच मंत्रालयों के बंटवारे पर सहमति नहीं बन पाई है।
    • गृह मंत्रालय को लेकर शिंदे और फडणवीस के बीच विवाद। फडणवीस इसे छोड़ना नहीं चाहते, जबकि शिंदे इसे अपने लिए मांग रहे हैं।
    • भाजपा प्रमुख मंत्रालय जैसे गृह, राजस्व, ऊर्जा अपने पास रखना चाहती है। शिवसेना और एनसीपी को अन्य विभाग देने का प्रस्ताव।
  2. सीएम और डिप्टी सीएम पद पर चर्चा:

    • देवेंद्र फडणवीस का मुख्यमंत्री बनना तय।
    • शिवसेना और एनसीपी से एक-एक डिप्टी सीएम बनाए जाएंगे।
    • शिंदे डिप्टी सीएम पद को लेकर अनिश्चित हैं। पार्टी के अंदर इसे लेकर मतभेद।
  3. शिंदे का फैसला लंबित:

    • शिंदे दिल्ली में शाह से बैठक के बाद अपने गांव सातारा चले गए। माना जा रहा है कि आज शाम तक वे कोई बड़ा फैसला लेंगे।
    • शिवसेना के कुछ नेताओं का मानना है कि शिंदे को सीएम होना चाहिए, क्योंकि महायुति की जीत में उनकी अहम भूमिका थी।
  4. महायुति की आगामी बैठक:

    • 1 दिसंबर को महायुति की बैठक और भाजपा विधायक दल की बैठक संभावित।
    • मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों की शपथ 5 दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान में हो सकती है।
  5. पिछले घटनाक्रम:

    • 23-29 नवंबर के बीच कई दौर की बैठकों के बावजूद अंतिम निर्णय नहीं हो पाया।
    • भाजपा-शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी के बीच सत्ता संतुलन को लेकर लगातार बातचीत चल रही है।

निष्कर्ष:
महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन पर सस्पेंस जारी है। मंत्रालयों के बंटवारे और डिप्टी सीएम पद को लेकर खींचतान मुख्य कारण है। भाजपा फडणवीस को सीएम बनाने पर अडिग है, जबकि शिवसेना शिंदे गुट और एनसीपी महत्वपूर्ण मंत्रालयों के लिए दबाव बना रहे हैं।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के सात दिन बाद भी सरकार गठन पर सस्पेंस जारी है। भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार गुट) की महायुति ने 288 में से 230 सीटों पर जीत हासिल की है। हालांकि, मंत्रालयों के बंटवारे और सीएम-डिप्टी सीएम पद को लेकर सहमति नहीं बन पाई है। देवेंद्र फडणवीस का मुख्यमंत्री बनना तय माना जा रहा है, जबकि शिवसेना और एनसीपी से एक-एक डिप्टी सीएम होंगे।

गृह मंत्रालय को लेकर शिंदे और फडणवीस के बीच खींचतान है। फडणवीस इसे छोड़ने को तैयार नहीं, जबकि शिंदे इसे अपने लिए मांग रहे हैं। भाजपा प्रमुख मंत्रालय जैसे गृह, राजस्व, ऊर्जा अपने पास रखना चाहती है और शिवसेना-एनसीपी को अन्य विभाग देने की पेशकश कर रही है। शिंदे ने दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद अपने गांव सातारा जाकर सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए। शिवसेना के नेताओं का कहना है कि शिंदे आज शाम तक बड़ा फैसला ले सकते हैं।

पार्टी के भीतर भी मतभेद हैं। कुछ नेताओं का मानना है कि शिंदे को मुख्यमंत्री बनना चाहिए, क्योंकि महायुति की जीत में उनकी अहम भूमिका रही है। दूसरी ओर, शिंदे को डिप्टी सीएम पद स्वीकार करने का विकल्प दिया गया है, लेकिन वे इस पर सहमत नहीं हैं। महायुति की बैठक 1 दिसंबर को संभावित है, जिसमें मुख्यमंत्री पद के नाम का औपचारिक ऐलान हो सकता है। सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान में होने की संभावना है।

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