निगम को को सफाई के लिए मौत का था इंतजार !
जननायक संवाददाता
समाचार पत्र
कोटा। 'जननायक' ने करीब एक महिने पहले प्रेम नगर वार्ड 15 अफोर्डेबल आवासीय योजना की जमीनी हकीकत से अवगत करा दिया था। लेकिन इसके बाद भी प्रशासन ने मामले में कोई कार्रवाई करना जरुरी नहीं समझा। इसका परिणाम एक युवती की डेंगू बीमारी से मौत के रुप में सामने आया है। जब कि खबर छपने के दौरान अधिकारियों ने मामले में कार्रवाई की बात कही थी।
एक महिने पहले 'जननायक' में
छपी खबर में बताया गया था कि
वार्ड नंबर-15 में एक महिने से अधिक समय से सफाई नहीं हुई है। इसके चलते यहां गंदगी से बुरा हाल है। पूरे क्षेत्र में जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हैं। प्रर्याप्त संख्या में सफाई कर्मचारियों के अभाव में गंदगी के चलते यहां के लोगों का जीना दूभर हो रहा है। नालियों कचरे से जाम होकर ओवरफ्लो होने में मकानों के आगे पानी भरा है। अगर यहां पर तुरंत सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो हालात बिगड़ सकते हैं। मौसमी बीमारियां फैल सकती हैं। लेकिन इसके बाद भी प्रशासन ने यहां पर सफाई व्यवस्था दुरुस्त करना जरुरी नहीं समझा।
इसका परिणाम रहा कि 19 अक्टूबर को यहां रहने वाली दिव्या मेहरा (18) की डेंगू की चपेट में आने से मौत हो गई। डेंगू के चलते परिजनों ने दिव्या को 16 अक्टूबर को ही एमबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया था। लेकिन दिव्या की तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ।
अभी भी नहीं हुई सफाई दिव्या की मौत के बाद भी यहां पर हालातों में विशेष सुधार देखने को नहीं मिल रहा है। अभी भी यहां पर बड़ी मात्रा में गंदगी और कचरा जमा रहा है। पहले की तरह अभी भी यहां सफाई व्यवस्था कागजों में चल रही है। युवती की मौत के बाद जागे प्रशासन के चलते कुछ सफाई कर्मचारी यहां पहुंचे जरुर थे।
लेकिन यह आधी-अधूरी सफाई करके चले गए। सफाई कर्मचारियों ने सड़कों और घरों के आगे जमा पानी निकालने के लिए यहां नाली भी खोदी, लेकिन इसका काम चार दिन बाद भी पूरा नहीं
हुआ है। कॉलोनी में
के पास, राजकीय संस्कृत प्राथमिक विद्यालय के पीछे भी ब्लॉक के सामने स्थित कचरा पाइंट और पार्क के पास कचरे के ढेर लगे हैं।
डेंगू से मल्टी ऑर्गन फेल होने से दिव्या को बचाया नहीं जा सका।
जननायक
ग्राउण्ड
रिपोर्ट
■ प्रेम नगर अफोर्डेबल आवासीय योजना ऐसे कैसे बनेगा कोटा सबसे स्वच्
'जननायक' ने
एक महिने पहले। उजागर कर दी थी प्रेम नगर अफोर्डेबल की हकीकत, डेंगू से युवती की
का मामला
तक कोई नहीं आया। सीताराम ने बताया कि कॉलोनी निवासियों ने
महीने भर से कचरा उठाने नहीं आया के कुछ समय पहले ही जिला कलेक्टर
के नेतृत्व में कॉलोनी के बाहर स्वच्छता अभियान का कार्यक्रम चलाया था। उस समय भी तमाम अधिकारियों को कॉलोनी की की
24 सितंबर को प्रकाशित खबर गंदगी और गंदा पानी भरे रहने से
राकेश जैन का भी नहीं दिखा असर
दिव्या की मौत के बाद शहर भाजपा जिला अध्यक्ष राकेश जैन ने भी
सोमवार को वार्ड नंबर-15 का दौरा किया था। तब जैन भी यहां पर
जगह-जगह गंदगी के ढेर, टूटी नालियां और सड़कों और घरों के भरा
पानी और किचड़ नजर आया था। लेकिन जैन के इस दौरे के बाद भी
व्यवस्था में कोई सुधार नहीं आया।
निगम और यूआईटी में उलझी है व्यवस्था
स्थानिय निवासियों ने बताया कि दरअसल यहां की सफाई व्यवस्था नगर निगम और केडीए के बीच उलझी हुई है। जब कि किसी एक
अवगत करा दिया था। तब अधिकारियों ने यहां सफाई अभियान चलाने का आश्वासन भी दिया था। लेकिन इसके बाद कुछ नहीं हुआ। नारकीय जीवन जी रहे लोग
यहां के वार्ड पार्षद सुशील
संस्था को इसके लिए जिम्मेदार नहीं त्रिपाठी ने बताया ि सूरत बदलना बहुत मुश्किल है।
ठहराया जाएगा, तब कि यहां की घटना होने के बाद भी प्रशासन की कान पर जूं नहीं रेंगी है। पिछले चार दिन से यहां सफाई व्यवस्था में कोई विशेष सुधार देखने को नहीं मिला। दिव्या की मौत के बाद भी यहां के लोग अभी भी नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं।
स्थानिय नागरिक सीताराम जांगिड़ ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने इन दिनों घर-घर डेंगू सर्वे के लिए अभियान चला रखा है। लेकिन यहां वार्ड नंबर 15 में सर्वे के लिए अभी 