पीडब्ल्यूडी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर दीपक मित्तल के छह ठिकानों पर एसीबी की छापेमारी

फ़रवरी 17, 2025 - 15:12
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पीडब्ल्यूडी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर दीपक मित्तल के छह ठिकानों पर एसीबी की छापेमारी


पीडब्ल्यूडी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर दीपक मित्तल के छह ठिकानों पर एसीबी की छापेमारी
सरकारी इंजीनियर निकला करोड़ों का मालिक 16 प्लॉट के डाक्यूमेंट, नकदी व जेवरात बरामद
बच्चों की पढ़ाई पर 70 लाख खर्च किए
जयपुर (कास) ।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जोधपुर में पीडब्ल्यूडी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के छह ठिकानों पर छापेमारी की है। अब तक की सर्च में इंजीनियर के पास उसकी इनकम से दो सौ प्रतिशत ज्यादा की प्रॉपर्टी मिली है।
एसीबी डीजी रविप्रकाश मेहरड़ा ने बताया सार्वजनिक निर्माण विभाग विद्युत खण्ड (द्वितीय) अधिशाषी अभियन्ता जोधपुर का दीपक मित्तल जयपुर, उदयपुर, अजमेर, ब्यावर, और हरियाणा के फरीदाबाद के ठिकानों पर कार्रवाई की गई है। दरअसल, एसीबी को इंजीनियर के खिलाफ आय से ज्यादा संपत्ति को कर शिकायत मिली थी। इसके बाद एसीबी ने कोर्ट से सर्च वारंट लेकर शनिवार देर रात सर्च शुरू किया। जो रविवार को भी चलती रही। आरोपित
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अधिशाषी अभियन्ता जब से नौकरी पर लगा तब से आय से 4 करोड़ 2 लाख 14 हजार 395 रुपए की संपत्ति अधिक अर्जित की है। कार्रवाई के लिए 1 से अधिक टीमें बनाई हैं। रविवार सुबह एसीबी टीम अधिशाषी अभियंता दीपक कुमार के ऑफिस भी पहुंची। वहां भी सर्च शुरू कर दिया गया है। एसीबी को जानकारी मिली थी कि आरोपित दीपक ने अपना कुछ पैसा फरीदाबाद में भाई के यहां भी लगाया है । इस पर टीम को फरीदाबाद भेजा गया । मित्तल के पास जो प्रॉपर्टी और
कैश ज्यादा मिला है वो उसकी आय से करीब 203 प्रतिशत अधिक है। इंजीनियर द्वारा अपने एवं परिजनों के नाम से अपनी वैध आय से आनुपाति रूप से अधिक चल-अचल संपत्तियां अर्जित की। जिनकी अनुमानित खरीद कीमत करोड़ों रुपयों से अधिक है। सर्च के दौरान एसीबी अधिकारियों को 16 प्लॉट के डॉक्यूमेंट्स भी मिले हैं। इनमें निर्माण में करोड़ों रुपए भी खर्च किए हैं। सर्च में दर्जनों बैंक खातों से जुड़े दस्तावेज चेक बुक और लॉकर की जानकारी सामने आई हैं।
जयपुर आवास में मिले 50 लाख रुपए नगद, | 500 ग्राम सोने और डेढ़ किलो चांदी आभूषण
आरोपी व इसके परिवाजनों के नाम जयपुर में 4 प्लॉट कीमत करीब 1 करोड रुपए, उदयपुर में 9 प्लॉट कीमत करीब 1 करोड़ 34 लाख रुपए, व्यावर व अजमेर में 3 प्लॉट कीमत करीब 6.50 लाख रुपए मिले। संदिग्ध अधिकारी के जयपुर स्थित आवास की तलाशी में करीब 50 लाख रूपए नगदी, करीब आधा किलो सोने के आभूषण, करीब 1.5 किलो चांदी के आभूषण मिले। संदिग्ध अधिकारी व परिवारजनों के कुल 18 बैंक खातों में करीब 40 लाख रूपए मिले। संदिग्ध अधिकारी द्वारा म्यूचुअल फण्ड में करीब 50 लाख रुपये का निवेश किया जाना पाया गया। संदिग्ध अधिकारी द्वारा चौपहिया व दुपहिया वाहनों को क्रय करने और संचालन में करीब 15 लाख रुपये व्यय करना पाया गया। इसके अतिरिक्त आरोपित अपने बच्चों
की शिक्षा सेंट जेवियर स्कूल जयपुर, जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी, एम्स गोरखपुर की फीस से संबंधित दस्तावेज, करीब 70 लाख रुपये के हिसाब की पर्ची, अनेक बीमा पॉलिसियों में निवेश, 3 बैंक लॉकर भी मिले हैं। बैंक लॉकरों की तलाशी लिया जाना शेष है। ब्यूरो के प्राथमिक
आकलन, प्रथम सूचना रिपोर्ट एवं अब तक तलाशी में मिले दस्तावेजों के अनुसार आरोपित दीपक कुमार मित्तल द्वारा अपने सेवाकाल में भ्रष्टाचार के साधनों द्वारा करोड़ों रुपये की खरीद कीमत की अनेक चल-अचल परिसम्पत्तियां अर्जित करने का अनुमान है, जो उनकी वैध आय से आनुपातिक रूप से बहुत अधिक है इसके अतिरिक्त आरोपी एवं उसके परिजनों द्वारा कई बेनामी परिसम्पत्तियों में निवेश के साक्ष्य मिले हैं, जिनकी जांच की जाएगी।

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