137 ईवीएम की जांच का आवेदन महाराष्ट्र में 11 उम्मीदवारों ने जमा किए 66.64 लाख रुपए
137 ईवीएम की जांच का आवेदन
महाराष्ट्र में 11 उम्मीदवारों ने जमा किए 66.64 लाख रुपए
पुणे की बारामती सीट पर अजीत पवार की जीत को उनके भतीजे ने दी चुनौती मुंबई (एजेंसी)।
पुणे जिले के 21 विधानसभा क्षेत्रों में से 11 उम्मीदवारों ने 137 ईवीएम की दोबारा जांच के लिए चुनाव आयोग से अनुरोध किया है। इन उम्मीदवारों ने सामूहिक रूप से जांच खर्च के लिए चुनाव आयोग को 66.64 लाख का भुगतान किया है। इन उम्मीदवारों में एनसीपी (एसपी) के बारामती उम्मीदवार युगेंद्र पवार, एनसीपी (एसपी) के हडपसर उम्मीदवार प्रशांत जगताप व कांग्रेस के पुणे छावनी उम्मीदवार रमेश बागवे शामिल हैं।
बारामती से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एपी) के अध्यक्ष अजीत पवार की जीत को उनके भतीजे युगेंद्र पवार ने चुनौती दी है। इन्होंने ईवीएम की जांच के लिए जिला प्रशासन को आवेदन सौंपा है। यह आवेदन चुनाव परिणाम घोषित होने
Eection Commission of India
के सात दिनों के अंदर जमा करने थे। यह समय सीमा शुक्रवार को खत्म हो गई । युगेंद्र पवार ने बारामती विधानसभा क्षेत्र से अजीत पवार के खिलाफ बतौर राकांपा (एसपी) उम्मीदवार चुनाव लड़ा था। उन्होंने इस विधानसभा क्षेत्र की 19 ईवीएम की जांच के लिए चुनाव आयोग से अनुरोध किया है। उन्होंने इसके लिए आने वाले खर्च के रूप में चुनाव आयोग को 8.96 लाख लाख रुपये का भुगतान किया है। इसी तरह पुणे के 21 विधानसभा क्षेत्रों में से 11 उम्मीदवारों ने 137 ईवीएम की
दोबारा जांच के लिए चुनाव आयोग से अनुरोध किया है। इन उम्मीदवारों ने सामूहिक रूप
जांच खर्च
लिए चुनाव आयोग को 66.64 लाख रुपये का भुगतान किया है। इनमें हडपसर से उम्मीदवार प्रशांत जगताप और पुणे कैंट से कांग्रेस उम्मीदवार रमेश बागवे आदि हैं। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के दिशा- निर्देशों के अनुसार उम्मीदवार अपने विधानसभा क्षेत्र में इस्तेमाल की गईं इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में से 5 फीसदी के माइक्रो कंट्रोलर की जांच करवा सकते हैं। उम्मीदवार को इस
प्रक्रिया के लिए एक लिखित आवेदन और वेरिफिकेशन पर आने वाले खर्च को वहन करना होता है। इसके बाद उम्मीदवार और वीवीपीएटी निर्माण कंपनियों के इंजीनियर के समक्ष कड़ी निगरानी में ईवीएम के माइक्रो कंट्रोलर की जांच की जाती है। इलेक्शन कमीशन के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने इन
| ईवीएम हैक करने का दावा
मुंबई । चुनाव आयोग ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) हैक करने का दावा करने वाले सैयद शुजा के खिलाफ
एफ आई आर दर्ज कराई है। 30 नवंबर को साउथ मुंबई के साइबर पुलिस स्टेशन
में
भारतीय न्याय संहिता और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। 14 नवंबर को सैयद शुजा का एक वीडियो वायरल हुआ था । इसमें वो दावा कर रहा था कि वह
आवेदनों के बारे में राज्य के मुख्य चुनाव ऑफिस को जानकारी दे दी है। हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार, चीफ इलेक्टोरल ऑफिस के आदेश पर एक मॉक पोल आयोजित किया जाएगा। उम्मीदवारों, कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट और वीवीपैट बनाने वाली फर्मों के इंजीनियरों की मौजूदगी में जांच की जाएगी।
करने वाले पर एफआईआर महाराष्ट्र चुनावों में इस्तेमाल की जाने वाली ईवीएम को हैक कर सकता है। उसने नेताओं को ऑफर भी दिया था कि 53 करोड़ देने पर 63 सीटों की ईवीएम हैक कर देगा।
महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि ईवीएम हैक करने के दावे बिल्कुल निराधार, झूठे और अप्रमाणित हैं। महाराष्ट्र चुनाव के दौरान सैयद शुजा ने कुछ नेताओं से चुनाव जिताने के लिए संपर्क किया था। उनसे दावा किया था कि वह अमेरिकी रक्षा विभाग की तकनीक का इस्तेमाल करके ईवीएम हैक कर सकता है।
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