पश्चिम विक्षोभ के असर से राजस्थान में बदला मौसम

पश्चिम विक्षोभ के असर से राजस्थान में बदला मौसम : प्रदेश में इस बार मार्च में ही तेज होंगे गर्मी के तेवर, हीटवेव की चेतावनी
आधा दर्जन शहरों में हल्की बारिश, झुंझुनूं- तिजारा में ओलावृष्टि
प्रदेश में सक्रिय पश्चिम विक्षोभ का असर शनिवार को भी देखने को मिला। वहीं झुंझुनूं, तिजारा, भरतपुर और सीकर कुछ स्थानों पर बारिश हुई। झुंझुनूं के खेतड़ी व तिजारा जिले के इलाकों में शनिवार को सुबह ओलावृष्टि हुई। इससे खेतों में सफेद चादर सी बिछ गई। प्रदेश में 3 मार्च को भी एक कमजोर पश्चिम विक्षोभ का असर देखने को मिलेगा। इसके प्रभाव से उत्तर-पश्चिम राजस्थान के कुछ शहरों में बादल छाए रहने के साथ हल्की बारिश की संभावना है। इसके बाद पारे में बढ़ोतरी का दौर शुरू हो जाएगा। शुक्रवार को शेखावाटी के इलाकों में हुई बारिश-ओलावृष्टि के कारण तापमान में भी 2-3 डिग्री गिरावट हुई है । शनिवार को प्रदेश के 15 शहरों का दिन का तापमान 30 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया। 34.7 डिग्री के साथ चित्तौड़गढ़ का दिन और 20.4 डिग्री के साथ बाड़मेर की रात सबसे गर्म रही। मौसम विभाग के अनुसार जयपुर,
अजमेर, कोटा, चित्तौड़गढ़, डबोक, बाड़मेर, जोधपुर फलौदी, धौलपुर, बारा, डूंगरपुर, जालौर, दौसा, प्रतापगढ़ और पाली का दिन का तापमान 30 डिग्री के पास दर्ज किया प्रदेश में इस बार मार्च में गर्मी के तेवर तेज देखने को मिल सकते हैं। इस महीने हीटवेव की भी चेतावनी है। मौसम विभाग ने मार्च से मई तक गर्मी का पूर्वानुमान जारी किया है। जयपुर में शनिवार को दिनभर छितराए हल्के
बादल छाए रहे और मध्यम गति की हवाएं चली। शुक्रवार को हल्की बूंदाबांदी के बाद रात के पारे में दो डिग्री तक की गिरावट आई है। वहीं जयपुर के दिन के पारे में दो डिग्री से ज्यादा की गिरावट आई। जयपुर का दिन का तापमान 30.1 व न्यूनतम 16.6 डिग्री दर्ज किया। जयपुर में आगामी 2-3 दिन तापमान सामान्य के आसपास रहेगा। इसके बाद पारे में उछाल देखने को मिलेगा।
सबसे अधिक तापमान वाला रहा फरवरी महीना, तोड़ा 125 साल का रिकॉर्ड
नई दिल्ली। पूरे देश में इस बार के फरवरी महीने ने 125 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग के अनुसार साल 2025 का फरवरी पिछले 125 सालों में सबसे अधिक तापमान वाला महीना रहा है। साल 1901 से देश में तापमान रिकॉर्ड रखने के बाद से यह सबसे गर्म शुरुआत फरवरी रहा। इस साल जनवरी में भी ऐसा ही कुछ हुआ था। साल की शुरुआत का यह महीना भी 125 साल के इतिहास का तीसरा सबसे गर्म जनवरी रहा था। रिकॉर्ड तोड़ तापमान का सिलसिला निश्चित तौर पर अच्छे संकेत नहीं दे रहा है।
भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र ने मार्च से मई तक का जो पूर्वानुमान जारी किया है, वह भी डराने वाला है। भारत में फरवरी के दौरान औसत तापमान 22.04 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से
Temperature during February 2025
(TEMPERATURE & ITS ANOMALY FOR THE MONTH TILL DATE)
1.34 डिग्री सेल्सियस अधिक है। जिन चार क्षेत्रों में भारत के मौसम को बांटा गया है, उसके मुताबिक इस साल का फरवरी महीना मध्य भारत में अब तक का सबसे गर्म फरवरी था, दक्षिण भारत में तीसरा सबसे गर्म, उत्तर-पश्चिम में पांचवां सबसे गर्म और पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में नौवां सबसे गर्म था। इस फरवरी मध्य भारत में
औसत अधिकतम तापमान 24.6, दक्षिण भारत में यह 26.75, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में 20.14 और उत्तर-पश्चिम भारत में 17.11 डिग्री सेल्सियस था ।
मौसम विभाग के अनुसार मार्च 2025 के दौरान भारत के अधिकांश भागों में मासिक अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है, केवल प्रायद्वीपीय भारत के कुछ दक्षिणी भागों को छोड़कर, जहां सामान्य से नीचे अधिकतम तापमान रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने बताया कि मार्च से मई 2025 सीज़न के दौरान, देश के अधिकांश हिस्सों में हीट वेव दिनों की संख्या सामान्य से अधिक रहने की संभावना है लेकिन पूर्वोत्तर भारत, सुदूर उत्तर भारत और प्रायद्वीपीय भारत के दक्षिण-पश्चिमी और दक्षिणी भागों को राहत रहेगी।
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