सेबी चेयरपर्सन के खिलाफ कोई जांच नहीं हुई क्लीन चिट मिलने की बात गलत : वित्त मंत्रालय

अक्टूबर 24, 2024 - 11:19
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सेबी चेयरपर्सन के खिलाफ कोई जांच नहीं हुई क्लीन चिट मिलने की बात गलत : वित्त मंत्रालय


सेबी चेयरपर्सन के खिलाफ कोई जांच नहीं हुई क्लीन चिट मिलने की बात गलत : वित्त मंत्रालय
नई दिल्ली। सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच को क्लीन चिट मिलने की खबर को केंद्र सरकार ने पूरी तरह से गलत बताया। वित्त मंत्रालय की ओर से स्पष्ट किया गया है माधवी पुरी को क्लीन चिट मिलने की बात तथ्यात्मक रूप से गलत है, क्योंकि इस तरह की कोई जांच की ही नहीं गई थी ।
दरअसल मंगलवार को मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था सेबी चेयरपर्सन के खिलाफ लगाए तमाम आरोपों की जांच में सरकार को उनके या उनके परिजनों के खिलाफ कुछ भी नहीं मिला है। इसलिए उन्हें क्लीन चिट दे दी। खबर के प्रसारित होने के बाद वित्त मंत्रालय की ओर से आज बताया गया कि सेबी चेयरपर्सन के
Sules उल्लंघन से जुड़े हुए थे। हिंडनबर्ग ने
खिलाफ लगाए गए कथित आरोपों को लेकर कोई जांच नहीं की गई थी। इसलिए उन्हें क्लीन सीट दिए जाने की बात पूरी तरह से बेबुनियाद है।
माधवी पुरी और उनके पति पर पिछले कुछ महीनों के दौरान आरोप लगाने की शुरुआत हिंडनबर्ग रिसर्च ने की। इस फर्म के आरोप अडाणी ग्रुप से जुड़े ऑफ शोर फंडों में उनके निवेश और कोड ऑफ कंडक्ट के
रिपोर्ट में हितों के टकराव व वित्तीय गड़बड़ियों के आरोपों पर सेबी प्रमुख की चुप्पी पर सवाल उठाया था। इसमें ये भी कहा था माधवी पुरी बुच और उनके परिवार के अडाणी ग्रुप के साथ अघोषित वित्तीय संबंध हो सकते हैं।
हिंडनबर्ग के आरोप लगाने के बाद कांग्रेस ने भी सेबी प्रमुख पर आरोप लगाए। जवाब में माधवी पुरी बुच व उनके पति धवल बुच ने इन तमाम आरोपों को निराधार बताया था और इसे चरित्र हनन की कोशिश कहा था। माधवी और धवल ने संयुक्त बयान जारी करके अपने ऊपर लगाए आरोपों को खारिज करके कहा था कि उनके वित्तीय रिकॉर्ड पूरी तरह से पारदर्शी हैं।

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