1 दिन पहले ईरान ने दागी थीं 180 मिसाइलें
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजराइल पर मिसाइल हमले के बाद मध्यपूर्व में अमेरिकी उपस्थिति की आलोचना की. ईरान लंबे समय से मध्य पूर्व में अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी को एक खतरे के रूप में देखता रहा है. ईरान के मिसाइल हमले के बाद इजरायल और अमेरिका ने जवाबी हमले की बात कही. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल ने हिजबुल्लाह पर दबाव बनाए रखने के लिए लेबनान में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ा दी है, क्योंकि वह ईरानी मिसाइल हमलों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है.
ब्रिटेन के विदेश सचिव ने कहा कि उन्होंने अपने इजरायली समकक्ष से बात की है. ब्रिटेन के विदेश सचिव ने कहा ने कहा, "हम इजरायल पर ईरान के हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. हमें इस संघर्ष को कम करने और लेबनान-गाजा में युद्धविराम सुरक्षित करने के लिए एक रास्ता खोजना पड़ेगा."
इजराइल के विदेश मंत्री का कहना है कि उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को इजराइल में प्रवेश करने से रोक दिया है. उन्होंने कहा, "जो व्यक्ति इजरायल पर ईरान के आपराधिक हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करने में असमर्थ है, वह इजरायल की धरती पर पैर रखने के लायक नहीं है. यह इजराइल से नफरत करने वाला महासचिव है, जो आतंकवादियों, बलात्कारियों और हत्यारों को समर्थन देता है. गुटेरेस को संयुक्त राष्ट्र के इतिहास पर एक दाग के रूप में याद किया जाएगा."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल के पीएम को रोश हशानाह की बधाई दी. पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "मेरे मित्र प्रधान मंत्री नेतन्याहू, इजरायल के लोगों और दुनिया भर के यहूदी समुदाय को बधाई. नया साल हर किसी के जीवन में शांति, आशा और अच्छा स्वास्थ्य लाए."
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई ने कहा, "हम इन दिनों शोक मना रहे हैं. मैं विशेष रूप से बहुत दुःखी हूं. जो त्रासदी हुई वह कोई छोटी-मोटी घटना नहीं थी. हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह का निधन बहुत महत्वपूर्ण घटना थी."
हिजबुल्लाह ने दावा किया कि मिसाइलों ने सफलतापूर्वक अपने लक्ष्य पर हमला किया. यमन के हौथिस का दावा है कि उन्होंने फिलिस्तीनी और लेबनानी लोगों के समर्थन में इजरायल के अंदर तक गोले दागे हैं.
हिजबुल्लाह ने दावा किया है कि उसने इजरायली शहर हाइफा के उत्तरी इलाकों को निशाना बनाया है. हालांकि इसे लेकर अभी तक इजरायल ने कोई बयान नहीं दिया है. इजरायली मीडिया ने इससे पहले बताया था कि हाइफ़ा के कई उपनगरों के साथ-साथ लेबनान सीमा से सटे इलाकों में रॉकेट हमले को लेकर चेतावनी जारी की गई थी.
इजराइल की सेना दक्षिणी लेबनान में 24 गांवों को खाली करने के लिए लोगों को चेतावनी दी है. इजरायली सेना जमीन के जरीए सीमा के पार अन्य सेनाओं को भेजना चाहती है.
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