12 राज्यों के 200 टोल प्लाजा पर अपना सॉफ्टवेयर लगाकर चूना लगाया

जनवरी 24, 2025 - 17:03
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12 राज्यों के 200 टोल प्लाजा पर अपना सॉफ्टवेयर लगाकर चूना लगाया


12 राज्यों के 200 टोल प्लाजा पर अपना सॉफ्टवेयर लगाकर चूना लगाया
में
दो साल में 120 करोड़ का टोल टैक्स हड़प गया नटवरलाल
बिना फास्टैग की गाड़ियां फ्री कैटेगरी में दिखाईं
आजमगढ़
यूपी एसटीएफ ने एनएचएआई के टोल प्लाजा पर टैक्स वसूली में हो रहा घोटाला उजागर किया है। एसटीएफ की टीम ने मिर्जापुर के अतरैला टोल प्लाजा पर छापेमारी कर 3 लोगों को पकड़ा।
आरोपियों ने टोल प्लाजा पर लगे एनएचएआई के कंप्यूटर में अपना सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर रखा था। इसके जरिए टोल प्लाजा से बिना फास्टैग के गुजरने वाले वाहनों को फ्री दिखाकर उनसे वसूला गया पैसा पर्सनल अकाउंट में ले रहे थे। यह घोटाला यूपी - राजस्थान समेत 12 राज्यों के 200 टोल पर चल रहा था। जांच में अकेले अतरैला टोल प्लाजा पर 2 साल से हर दिन करीब 45 हजार रुपए की धांधली सामने आई हैं। दो साल में 3 करोड़ 28 लाख रुपए की धांधली हो चुकी है।


आरोपियों से एसटीएफ ने 2 लैपटॉप,
1 प्रिंटर, 5 मोबाइल, 1 कार और 19000 रुपए बरामद किए हैं। एनएचएआई कंप्यूटर्स में अपना सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया
एसटीएफ ने जौनपुर के आलोक कुमार सिंह, प्रयागराज के राजीव कुमार मिश्र और मध्यप्रदेश के मझौली के रहने वाले मनीष मिश्रा को गिरफ्तार किया है। आलोक अभी वाराणसी में रह रहा था। आरोपियों ने बताया कि ये अब तक देश के 12 राज्यों के 42 टोल प्लाजा में एनएचएआई के कंप्यूटर्स में अपना बनाया सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर चुके हैं। ये राज्य उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, असम, जम्मू- कश्मीर, महाराष्ट्र, गुजरात, झारखंड,
HOLD
YOUR
VISION
TRUST. HE
हिमाचल प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल हैं।
इसी बीच एसटीएफ को सूचना मिली कि एनएचएआई के सॉफ्टवेयर में अलग से सॉफ्टवेयर बनाने और इंस्टॉल करने वाला व्यक्ति आलोक सिंह वाराणसी में है। एसटीएफ टीम ने बाबतपुर एयरपोर्ट के पास से आलोक सिंह को पकड़ लिया।
पूछताछ में आलोक ने बताया वह एमसीए पास है और पहले टोल प्लाजा पर काम करता था। वहीं से टोल प्लाजा का ठेका लेने वाली कंपनियों के संपर्क में आया। इस बाद टोल प्लाजा मालिकों की मिलीभगत से एक सॉफ्टवेयर बनाया।

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