भारत बोला- पाकिस्तान को एक बूंद पानी नहीं देंगे

भारत ने सिंधु जल समझौता स्थगित करने का निर्णय लिया, पाकिस्तान को एक बूंद पानी नहीं मिलेगा।
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने बताया कि पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौता को तीन चरणों में खत्म करने की रणनीति बनाई जा रही है। गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर हुई बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर और जलशक्ति मंत्री भी मौजूद रहे। पाकिस्तान ने इस निर्णय को "युद्ध जैसा कृत्य" (Act of War) बताया है।
सिंधु जल समझौता पृष्ठभूमि:
1960 में पं. नेहरू और अयूब खान के बीच समझौता हुआ था, जिसमें सिंधु बेसिन की नदियों को भारत और पाकिस्तान के बीच बाँटा गया था। भारत को रावी, ब्यास और सतलुज नदियों पर पूरा अधिकार है, जबकि सिंधु, चिनाब और झेलम का 20% पानी रोकने का अधिकार है।
गृह मंत्री अमित शाह की राज्यों को हिदायत:
अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा कि अपने-अपने राज्यों में पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें वापस भेजने की व्यवस्था करें।
राहुल गांधी का बयान:
राहुल गांधी ने श्रीनगर में पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों से मुलाकात की और कहा कि पूरा विपक्ष सरकार के साथ मजबूती से खड़ा है। उन्होंने सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने और आतंकवाद को हराने की अपील की।
उमर अब्दुल्ला का बयान:
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर सरकार पहले से ही सिंधु जल समझौते के खिलाफ थी, क्योंकि इससे प्रदेश को नुकसान हुआ है।
भारत बोला- पाकिस्तान को एक बूंद पानी नहीं देंगे
जलशक्ति मंत्री पाटिल बोले- सिंधु जल समझौता स्थगित करने का फैसला 3 फेज में होगा, 3 तरह की रणनीति बन रही
नई दिल्ली (एजेंसी)।
पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौता स्थगित करने पर शुक्रवार को जल शक्ति मंत्रालय की बैठक हुई। इसे 3 चरणों में पूरा करने का फैसला लिया। बैठक के बाद केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने बताया इसे लेकर तीन तरह की रणनीति बना रहे हैं। पाकिस्तान को एक बूंद पानी नहीं मिलेगा। मीटिंग गृह मंत्री अमित शाह के घर पर हुई। इसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर व जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल शामिल हुए। पहलगाम हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को स्थगित करने का फैसला लिया था।
बता दे कि भारत में जलशक्ति सचिव देवश्री मुखर्जी ने गुरुवार रात पाकिस्तानी जल संसाधन मंत्रालय के सचिव मुर्तजा को पत्र लिखा। इसमें कहा कि यह संधि अच्छे संदर्भ में की थी, लेकिन अच्छे रिश्तों के बिना इसे बनाए नहीं रखा जा सकता। वहीं पाक सिंधु जल संधि के खत्म होने को एक्ट ऑफ वॉर बताया। पाक सरकार ने कहा अगर भारत सिंधु जल समझौते को रोकता है तो इसे एक्ट ऑफ वॉर यानी जंग की तरह माना जाएगा।
1960 में हुआ था सिंधु जल समझौता, 65 साल बाद रोका
1960 में भारत के प्रधानमंत्री पं. नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान के बीच ये समझौता हुआ था। समझौते में सिंधु बेसिन से बहने वाली 6 नदियों को पूर्वी, पश्चिमी हिस्से में बांटा था। पूर्वी हिस्से की नदियों रावी, ब्यास व सतलुज के पानी पर भारत का पूरा अधिकार है। पश्चिमी हिस्से की नदियों सिंधु, चिनाब व झेलम का 20 प्रतिशत पानी भारत रोक सकता है।
अमित शाह ने मुख्यमंत्रियों से बात की, पाक नागरिकों की पहचान कर उन्हें वापस भेजे
गृह मंत्री अमित शाह ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से टेलीफोन पर बात की है। सूत्रों ने बताया कि चर्चा के दौरान अमित
शाह ने सभी मुख्यमंत्रियों से अपने-अपने राज्यों में सभी पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करने और उनकी शीघ्र पाकिस्तान वापसी सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने को कहा है।
राहुल ने कहा- आतंकी कितनी भी कोशिश कर लें, हम उन्हें हरा देंगे
श्रीनगर। कांग्रेस और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि पहलगाम में हुई आतंकी घटना के जवाब में पूरा विपक्ष सरकार के साथ मजबूती से खड़ा है। शुक्रवार सुबह श्रीनगर पहुंचे गांधी ने पीड़ितों के साथ एकजुटता व्यक्त की और कहा कि हमले के पीछे समाज को विभाजित करने की मंशा थी। उन्होंने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हर एक भारतीय एकजुट हो। हमें आतंकियों की कोशिशों को हराना होगा। कश्मीर दौरे के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पहलगाम हमले में घायल लोगों से एक से मुलाकात की। राहुल गांधी ने कहा कि उन सभी लोगों को मेरा प्यार और स्नेह, जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया। पूरा देश उनके साथ खड़ा है। सांप्रदायिक सद्भाव की आवश्यकता पर बल देते हुए और कश्मीर के निर्दोष लोगों को निशाना बनाने के खिलाफ चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा यह देखकर दुख होता है कि कुछ लोग देश के अन्य हिस्सों में कश्मीर के मेरे भाइयों और बहनों पर
हमला कर रहे हैं। हमें एक साथ खड़े होकर आतंकवाद को हमेशा के लिए हराना चाहिए। आतंकी घटना के पीछे यही मकसद था कि समाज को तोड़ा जाए, भाई को भाई के खिलाफ लड़ाया जाए। हर सब एकसाथ है। आतंकी कितनी भी कोशिश कर लें, हम उन्हें हरा सकते हैं। राहुल ने राजभवन में एलजी मनोज सिन्हा से मुलाकात की। इस दौरान पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर में कहा कि भारत सरकार ने कुछ कदम उठाए हैं। जहां तक जम्मू-कश्मीर का सवाल है, हम कभी भी सिंधु जल समझौते के पक्ष में नहीं रहे हैं। हमारा मानना है इससे कश्मीर को नुकसान है।
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