फिर फंसे अडाणी अमेरिका के आरोप- सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट के लिए 2200 करोड़ की रिश्वत की पेशकश

नवंबर 22, 2024 - 13:04
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फिर फंसे अडाणी अमेरिका के आरोप- सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट के लिए 2200 करोड़ की रिश्वत की पेशकश


फिर फंसे अडाणी
अमेरिका के आरोप- सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट के लिए 2200 करोड़ की रिश्वत की पेशकश
नई दिल्ली (एजेंसी)।
अडाणी ग्रुप के प्रमुख गौतम अडाणी एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। अमेरिका में उन पर अरबों डॉलर की रिश्वतखोरी में शामिल होने, निवेशकों को धोखा देने का आरोप लगाया गया है। इन आरोपों की अमेरिकी कोर्ट में प्राथमिक सुनवाई हुई। इसके बाद गौतम अडाणी और उनके भतीजे सागर के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है। इन आरोपों के बाद अडाणी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में आज जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई।
गौतम अडाणी व उनके भतीजे सागर अडाणी और एक अन्य पर अमेरिकी प्रॉसिक्यूटर्स ने आरोप लगाया कि अडाणी ग्रुप ने सोलर एनर्जी का कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को रिश्वत दी। अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) की ओर से बनाए मामले में कहा गया है गौतम अडाणी, सागर अडाणी व अन्य ने झूठे और भ्रामक बयानों के जरिए अमेरिकी निवेशकों व ग्लोबल फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस से फंड जुटाए और इस फंड का इस्तेमाल रिश्वतखोरी में किया। आरोप में कहा गया कि अडाणी की ओर से 265 मिलियन डॉलर ( 2200 करोड़ इंडियन करेंसी) की रिश्वत दी गई। ये
समूह ने आरोपों को बताया निराधार


अडाणी समूह ने अमेरिकी न्याय विभाग और अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग की ओर से अडाणी ग्रीन के निदेशकों के खिलाफ लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। कंपनी ने सभी आरोपों को निराधर बताते हुए कहा समूह सभी कानूनों का अनुपालन करता रहा है। अडाणी समूह के प्रवक्ता ने बयान में अमेरिकी अधिकारियों की ओर से लगाए गए रिश्वतखोरी के आरोपों को
आरोप विदेशी व्यापार सौदों में रिश्वत खोरी रोकने के लिए बनाए अमेरिकी कानून विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम के तहत आते हैं। न्यूयॉर्क के ब्रूकलिन में दाखिल किए अभियोग में गौतम अडाणी व सागर अडाणी के अलावा विनीता एस जैन के नाम शामिल किए हैं। मामले में आपराधिक आरोप होने के साथ अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने एक सिविल
निराधार बताया है। बयान में कहा है। कि सभी आरोप तथ्यों से परे और निराधार है। अडाणी समूह के प्रवक्ता ने कहा समूह सभी कानूनों का पूरी तरह से पालन कर रहा है। अडाणी समूह ने कहा, 'स्वयं अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा है अभियोग में आरोप हैं और प्रतिवादियों को तब तक निर्दोष माना जाता है, जब तक कि वे दोषी साबित न हो जाएं। मामले में हरसंभव कानूनी सहारा लिया जाएगा।'
केस भी दाखिल किया है । अडाणी ग्रुप पर इलेक्ट्रॉनिक सबूत मिटाने के साथ जस्टिस डिपार्मेट, सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन व एसबीआई को गुमराह करने का आरोप लगाया है। अडाणी ग्रुप के खिलाफ ये आरोप ऐसे समय पर आए हैं जब ये ग्रुप अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट से लगे झटकों के बाद काफी हद तक उबर चुका है। हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा आरोप लगाए
राहुल बोले- पीएम मोदी अडाणी को बचा रहे
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गौतम अडाणी को भ्रष्टाचार के मामले में आरोपित बनाए जाने पर प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। राहुल ने कहा- प्रधानमंत्री मोदी उद्योगपति गौतम अडाणी को संरक्षण प्रदान कर रहे हैं। पार्टी लगातार इस मामले को उठाती रही है और आज हम यह पूछना चाहते हैं कि अडाणी जेल में क्यों नहीं है? राहुल ने कहा कि अडाणी ने वहां के और भारतीय दोनों जगह के कानून को तोड़ा है। आश्चर्य है कि 2 हजार करोड़ के घोटाले और कई अन्य आरोपों के बावजूद अडाणी अभी इस देश में खुले घूम रहे हैं। राहुल गांधी ने पार्टी की ओर से मांग की कि अडाणी को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए और सेबी की अध्यक्ष माधवी बुच को तुरंत पद से हटाया जाना चाहिए और उनकी जांच होनी चाहिए । भाजपा ने पल्ला झाड़ा
कांग्रेस के हमलों पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि कंपनी खुद ही बयान जारी कर अपना बचाव करेगी और कानून अपना काम करेगा। भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा कि आज सुबह से हम मीडिया में एक कंपनी से जुड़ा मुद्दा देख रहे हैं। उस कंपनी के खिलाफ अमेरिका में एक मामला है। आरोप-प्रत्यारोप चल रहे हैं। हमारा स्पष्ट मानना है कि जहां तक कंपनी और उसके खिलाफ मामले का सवाल है, कंपनी 'खुद ही बयान जारी कर अपना बचाव करेगी। कानून अपना काम करेगा।
जाने के बाद ग्रुप की वित्तीय स्थिति पर काफी असर पड़ा था लेकिन उसके बाद से अडाणी ग्रुप ने अपने कर्ज में काफी कटौती की है। अगस्त 2024 में अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस ने अपने कर्ज को घटाने और पावर इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में इन्वेस्टमेंट करने के लिए क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल
प्लेसमेंट
(क्यूआईपी) के जरिए करीब एक अरब डॉलर का फंड जुटाया था।
इसी तरह अडाणी ग्रुप ने 2025 की शुरुआत में अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस के डॉलर बॉन्ड जारी करके 1.5 अरब डॉलर जुटाने की भी योजना बनाई थी। इस रकम का इस्तेमाल भी कर्ज चुकाने में ही किया जाना था। हालांकि अमेरिकी प्रॉसिक्यूटर्स द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद अडाणी ग्रुप ने प्रस्तावित बॉन्ड को वापस ले लिया है।

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