दीपावली कब ... मंगलवार को होगा फैसला !
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में धर्मसभा में देश भर से जुटेंगे विद्वान
जयपुर |
दिवाली 31 अक्टूबर को है या 1 नवंबर को... इस सवाल के जवाब को लेकर जयपुर में मंगलवार को धर्मसभा का
आधे घंटे बाद तक सवा छह बजे तक अमावस्या है। कार्तिक अमावस्या का वर्णन भविष्य पुराण में है। इसके अनुसार दीपावली तब मनानी चाहिए जब अमावस्या हो और स्वाति नक्षत्र से संयुक्त हो । इसलिए 31 अक्टूबर और 1 नवंबर दोनों दिन अमावस्या होने के कारण दीपावली कब मनाएं इसे लेकर विद्वानों में मतभेद है।
आयोजन किया जाएगा।णी नगर, जयपुर के नवीन दीवाली पर बंपर होगा कारोबार': कैट
भारतीय विद्वत परिषद के सभागार में 'दीपावली निर्णय'
तत्वावधान में आयोजित 'दीपावली निर्णय' विषयक धर्मसभा में पूरे भारतवर्ष के प्रतिष्ठित विद्वानों और ज्योतिषाचायो द्वारा संवत् 2081 के लिए दीपावली की शास्त्रसम्मत तिथि का निर्णय सर्वसम्मति से किया जाएगा।
दीपावली कब मनाएं, इसे लेकर विद्वानों में संशय बना हुआ है। जयपुर के प्रमुख ज्योतिषाचायों के इसे लेकर अलग-अलग तर्क हैं। इसी विषय पर सर्वसम्मति से एक मत होने के लिए देशभर के विद्वान एक मंच पर शास्त्रार्थ करेंगे।
अखिल भारतीय विद्वत परिषद के प्रदेशाध्यक्ष प्रो. मोहनलाल शर्मा ने बताया- 15 अक्टूबर (मंगलवार) दोपहर 2 बजे से केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय,
विषयक धर्मसभा होगी। इस धर्मसभा में जयपुर के वरिष्ठतम विद्वान प्रो. रामपाल शास्त्री, पूर्व विभागाध्यक्ष ज्योतिष, राजकीय महाराज आचार्य संस्कृत महाविद्यालय, जयपुर के सभापतित्व में 84 से अधिक विद्वान, कुलपति, निदेशक, प्रोफेसर, ज्योतिषाचार्य, पंचांगकताओं और धर्मशास्त्राचार्यों की उपस्थिति सुनिश्चित करेगी कि सनातन परंपरा के अनुसार तिथि का चयन समाज को दिशा प्रदान करें और तिथि को लेकर भ्रम की स्थिति को दूर किया जा सके।
दीपावली पर्व कार्तिक अमावस्या को मनाया जाता है। इस बार अमावस्या 31 अक्टूबर को दिन में 3.45 बजे के आस पास शुरू हो रही है। 1 नवंबर को सूर्यास्त के
नई दिल्ली। देश में पिछले दस दिनों में 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार हो चुका है। इस त्योहारी सीजन में लाखों लोगों को रोजगार भी मिला है। अब दीपावली पर बंपर व्यापार होने की संभावना है। इससे भारतीय अर्थव्यवस्था में बड़ा उछाल आ सकता है। कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री और चांदनी चौक सीट से भाजपा के सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने एक बयान में यह बात कही।
कैट महामंत्री ने बताया राजधानी नई दिल्ली सहित देशभर में अगले एक महीने तक त्योहारों की धूम रहेगी। उन्होंने कहा कि पिछले दस दिनों के नवरात्र, दुर्गा पूजा, रामलीला, डांडिया, गरबा उत्सवों के आयोजनों विभिन्न वस्तुओं की खरीदारी से अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है। इन कार्यक्रमों के आयोजन से भारत की संस्कृति एवं सभ्यता को बढ़ावा मिला है। देश में व्यापार, सर्विस सेक्टर, अर्थव्यवस्था भी तेज़ी से मज़बूत हुई है तथा बड़े पैमाने पर कारीगरों, शिल्पकारों एवं श्रमिकों को भी बड़ा रोजगार मिला है।
सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि देशभर में बड़े पैमाने पर लाखों छोटे-बड़े उत्सवों के माध्यम से पंडाल निर्माण से लेकर मूर्ति निर्माण, सजावट, भोजन, कपड़े, बिजली व्यवस्था, पूजा सामग्री, फल-फूल व सेवाओं से जुड़े कई व्यवसायों को बड़े पैमाने पर काम मिला, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ हुआ है।