महाकुंभ में संगम नोज पर भगदड़, 30 श्रद्धालुओं की मौत

जनवरी 30, 2025 - 18:58
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महाकुंभ में संगम नोज पर भगदड़, 30 श्रद्धालुओं की मौत


महाकुंभ में संगम नोज पर भगदड़, 30 श्रद्धालुओं की मौत
हादसे में 90 श्रद्धालु घायल, मृतकों एवं घायलों की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नम्बर 1920 जारी

प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर संगम नोज पर हुई भगदड़ में 30 श्रद्वालुओं की मौत हो गई, जिसमें से 25 श्रद्धालुओं की शिनाख्त हो गई है। हादसे में 60 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हैं। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। मरने वालों में अधिकतर श्रद्धालु कर्नाटक, गुजरात और असम के हैं। मेलाधिकारी विजय किरन आनन्द और डीआईजी मेला वैभव कृष्ण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी।
वैभव कृष्ण ने बताया कि भारी भीड़ के दबाव में बैरिकेड्स टूटने से ये हादसा हुआ। हादसे में 90 श्रद्धालु घायल हुए। इसमें से 30 श्रद्धालुओं की मौत हुई। मृतकों में से 25 की पहचान हो चुकी है। 24 घायलों को
घर भेज दिया गया। 36 घायलों क इलाज प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में जारी है। मेला अधिकारी विजय किरन आनन्द ने बताया आज कोई वीवीआईपी वीआईपी प्रोटोकाल नहीं था। उन्होंने बताया कि आगे भी
अमृत स्नान के पर्व पर कोई वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं होगा । मेलाधिकारी ने बताया ग्रीन कॉरिडोर बनाकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया। मेला प्रशासन ने मृतकों व घायलों की जानकारी के लिए हेल्पलाइन न. 1920 जारी किया।
हादसे की जांच करेगा न्यायिक आयोग, मृतकों को मिलेगा 25-25 लाख रूपये का मुआवजा


हादसे की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार अध्यक्षता में 3 सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया। पुलिस भी हादसे की जांच करेगी। यूपी के सीएस और डीजीपी गुरुवार को घटना स्थल का दौरा करेंगे। प्रदेश सरकार मृतकों को 25-25 लाख की आर्थिक मदद देगी। मुख्यमंत्री योगी ने कहा, घटना अत्यंत दुखद है, मृतकों के प्रति मेरी विनम्र श्रद्धांजलि है । जिन्होंने अपने परिजनों को खोया है उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। इस घटना की पूरी जांच करवाकर हम इसकी तह में जाएंगे। इसके अलावा पुलिस के स्तर पर हम लोग इसकी अलग से जांच करवाएंगे
ये घटना किन कारणों की वजह से हुई है। मृतकों के परिजनों को 25- 25 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी। न्यायिक आयोग मामले को देखकर एक समय सीमा के अंदर राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट देगा। घटना की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री भावुक हो गए। इस हादसे की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग की अध्यक्षता पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार को बनाया है। पूर्व डीजीपी वी. के. गुप्ता व सेवानिवृत्त आईएएस बी. के. सिंह आयोग के सदस्य हैं। न्यायिक आयोग इस पूरे मामले को देखकर एक समय सीमा के अंदर राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट देगा।

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